विवरण
कार्बन मैक्स एक समुद्री आधारित पौधों का पोषक तत्व है, जो समुद्री मछलियों से प्राप्त उच्च स्तर के प्रोटीन, अमीनो एसिड्स, आवश्यक खनिज, जैविक कार्बन और सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर है। यह पौधों को जलने से बचाते हुए पोषक तत्व प्रदान करता है, साथ ही मिट्टी की संरचना को सुधारता है और सूक्ष्मजीवों और केंचुओं के लिए आहार का स्रोत बनता है, जिससे मिट्टी में पोषक तत्वों का अवशोषण बेहतर होता है।
उत्पाद सामग्री:
प्रोटीन: 35-40%
एनपीके: 6-1-1
अमीनो एसिड्स: 35%
जैविक कार्बन: 30%
विशेषताएँ और लाभ:
यह पौधों की तेज़ वृद्धि में मदद करता है और पत्तियों और फल के स्वस्थ विकास को बढ़ावा देता है।
यह पौधों की जड़ों के विकास को मज़बूत करता है।
मिट्टी में सूक्ष्मजीवों की गतिविधि को बढ़ाता है।
पौधों में क्लोरोफिल, शक्कर और अमीनो एसिड्स के विकास को बढ़ावा देता है।
उत्पादन की गुणवत्ता और मात्रा को बढ़ाता है।
मिट्टी की संरचना में सुधार करता है, जिससे जड़ें आसानी से मिट्टी में प्रवेश कर पाती हैं और पानी की रुकावट को कम करता है।
मिट्टी में पोषक तत्वों को बढ़ाता है और जैविक संतुलन को बहाल करता है।
फसलें:
सब्जियाँ: सभी प्रकार की
बागवानी: अनार, अंगूर, केला, आम, अमरुद आदि।
आभूषण और औषधीय पौधे
खेत की फसलें: गन्ना, आलू, अदरक, कपास, गेहूँ, ज्वार, चावल, मक्का आदि।
दीर्घकालिक फसलें: सुपारी, नारियल, मिर्च, चाय, कॉफी आदि।
कार्य विधि:
कार्बन मैक्स समुद्री स्रोतों से प्राप्त जैविक कार्बन प्रदान करता है, जो मिट्टी की स्थिरता को सुधारता है। यह मिट्टी कणों को जोड़ता है, जिससे मिट्टी की संरचना बेहतर होती है और पौधों की तेजी से वृद्धि और स्वस्थ जड़ विकास को बढ़ावा मिलता है।
उपयोग की मात्रा:
1-2 लीटर प्रति एकड़, हर 20-30 दिन में एक बार। बेहतर परिणाम के लिए बार-बार उपयोग की सिफारिश की जाती है।
पता चुनें: Udupi, KARNATAKA, 576221
Manoor Fisheries road, Kota, Udupi taluk and district, Udupi, karnataka 576221
मूल पता: Manoor Fisheries road, Kota, Udupi taluk and district, Udupi, karnataka 576221
विवरण
कार्बन मैक्स एक समुद्री आधारित पौधों का पोषक तत्व है, जो समुद्री मछलियों से प्राप्त उच्च स्तर के प्रोटीन, अमीनो एसिड्स, आवश्यक खनिज, जैविक कार्बन और सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर है। यह पौधों को जलने से बचाते हुए पोषक तत्व प्रदान करता है, साथ ही मिट्टी की संरचना को सुधारता है और सूक्ष्मजीवों और केंचुओं के लिए आहार का स्रोत बनता है, जिससे मिट्टी में पोषक तत्वों का अवशोषण बेहतर होता है।