विवरण
उत्पाद सामग्री: क्लोडिनाफॉप-प्रोपार्जिल 15% डब्ल्यूपी.
लूसिफर एक पोस्ट-इमर्जेंस खरतपरवारनाशक है, जो गेहूं की फसल में प्रमुख घास-खरपतवारों को नियंत्रित करने के लिए उपयोग किया जाता है।
क्रियाविधि:
यह एरिलोक्सीफेनोक्सीप्रोपियोनेट 'FOPs' केमिकल परिवार का हिस्सा है। इसमें मौजूद सक्रिय तत्व क्लोडिनाफॉप-प्रोपार्जिल पौधों की पत्तियों और तनों के जरिए अवशोषित हो जाता है और तेजी से पौधे के अंदर फैलता है। यह एसीटिल CoA कार्बोक्सिलेज़ (ACC-ase) एंजाइम को रोक देता है, जिससे खरपतवार की बढ़त 48 घंटे के अंदर रुक जाती है। मौसम और खरपतवार के प्रकार के आधार पर लक्षण 1-3 हफ्तों में दिखाई देते हैं, जैसे कि पत्तियों का पीला पड़ना और बाद में सूखना।
वर्गीकरण HRAC: ग्रुप A
विशेषताएँ:
इसका व्यापक उपयोग है और यह फसल को अच्छी सहनशीलता प्रदान करता है।
प्रतिकूल मौसम में भी असरदार रहता है।
उन्नत खरपतवारों पर नियंत्रण के लिए इसे लंबे समय तक इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे किसान को लचीलापन मिलता है।
फसल चक्रीकरण में कोई रोक नहीं, जिससे अगली फसल के लिए अधिक लचीलापन मिलता है।
फसल और लक्षित खरपतवार:
फसल: गेहूं
खरपतवार: फालारिस माइनर
उपयोग:
लूसिफर को गेहूं की फसल में बुवाई के 30-35 दिन बाद (जब फालारिस माइनर 3-4 पत्तियों के चरण में हो) पोस्ट-इमर्जेंस छिड़काव के रूप में उपयोग करने की सलाह दी जाती है।
छिड़काव विधि:
इसे फ्लैट फैन नोजल के साथ नैपसैक छिड़कावयर के जरिए छिड़का जा सकता है।
उपयोग की मात्रा: 160 ग्राम प्रति एकड़
पता चुनें: sardulgarh, PUNJAB, 151507
Central Avenue, Hiranandani Estate, thane, Maharashtra 400607
मूल पता: Central Avenue, Hiranandani Estate, thane, Maharashtra 400607