विवरण
रासायनिक संरचना:
एनपीके 11:11:08 जिंक + बोरॉन
लाभ:
नाइट्रोजन: स्वस्थ पर्णपाती, हरे विकास को बढ़ावा देता है। यह अमीनो अम्ल और क्लोरोफिल के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो पौधों के विकास और वृद्धि में सहायक होते हैं।
फॉस्फोरस: जड़ों को मजबूती और फूलों की कली बनाने में मदद करता है। यह फसल की गुणवत्ता में सुधार करता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।
पोटैशियम: रोग/कीट क्षति, सूखा और ठंडे तापमान जैसे तनावपूर्ण समय में पौधों को सहारा देता है।
जिंक: पौधे में क्लोरोफिल उत्पादन में सहायक होता है। मिट्टी में जिंक की कमी से पत्तियों में पीलेपन (क्लोरोसिस) जैसी समस्याएं होती हैं, जिससे पौधों की वृद्धि प्रभावित होती है।
बोरॉन: पौधों में हार्मोन स्तर को संतुलित करने और उचित वृद्धि को प्रोत्साहित करने में सहायक होता है। यह फूलों के उत्पादन, पराग नली की लंबाई और अंकुरण, तथा बीज और फल के विकास को बढ़ावा देता है।
उपयोग विधि:
1 लीटर पानी में 5 मि.ली. उर्वरक मिलाएं।
अच्छे से मिलाएं जब तक उर्वरक पूरी तरह से घुल न जाए।
उर्वरक घोल का उपयोग पौधों को पानी देने के लिए करें।
उपयोग की मात्रा:
छोटे पौधों के लिए: प्रति पौधा प्रति सप्ताह 5-10 मि.ली. उर्वरक घोल का प्रयोग करें।
मध्यम आकार के पौधों के लिए: प्रति पौधा प्रति सप्ताह 10-20 मि.ली. उर्वरक घोल का प्रयोग करें।
बड़े पौधों के लिए: प्रति पौधा प्रति सप्ताह 20-30 मि.ली. उर्वरक घोल का प्रयोग करें।
पता चुनें: Rajkot, GUJARAT, 360003
marketing yard road, opp. water tank, near.greenland chowkdi, Rajkot, Gujarat 360003
मूल पता: marketing yard road, opp. water tank, near.greenland chowkdi, Rajkot, Gujarat 360003