विवरण
एडवांटा अर्ली कुँवारी एक जल्दी पकने वाली संकर फूलगोभी है, जिसकी फूल की मटकियां गोल और क्रीम सफेद रंग की होती हैं। इसका पौधा आधा खड़ा होता है और इसके पत्ते नीले-हरे रंग के चौड़े और गोलाकार होते हैं। यह संकर मार्च से मई के बीच की जल्दी फसल के लिए बिल्कुल सही है। यह अच्छी पानी निकासी वाली, उपजाऊ मिट्टी में अच्छी तरह उगती है और गहरे कंटेनर या खुले खेत दोनों जगह बोई जा सकती है। अर्ली कुँवारी 70 से 80 दिनों में पक जाती है और अच्छी उपज के लिए नियमित सिंचाई जरूरी है।
विशेषताएं:
किस्म: अर्ली कुँवारी संकर क्लासिक फूलगोभी
पौधे का प्रकार: आधा खड़ा, मध्यम ऊंचाई
पत्तियां: चौड़ी, गोलाकार, नीले-हरे रंग की
फूलगोभी की मटकियां: घनी, गोलाकार और क्रीम सफेद रंग की
मटकियों का आकार: 6 से 10 इंच चौड़ी
पकने का समय: 70 से 80 दिन
स्वाद: हल्का मीठा और थोड़ा नटी जैसा
मिट्टी की जरूरत: अच्छी पानी निकासी वाली, उपजाऊ मिट्टी जिसमें जैविक पदार्थ हों
मिट्टी का पीएच स्तर: 6.0 से 6.8
मौसम: मार्च से मई के बीच सबसे अच्छा
बीज दर: 800 ग्राम प्रति एकड़
उपयुक्त स्थान: बागवानी के बेड या गहरे कंटेनर
विशेषताएं और लाभ:
जल्दी पकने वाली किस्म होने से फसल जल्दी कटती है और बाजार में जल्दी बिकती है
घनी और क्रीम सफेद मटकियां आकर्षक दिखती हैं, जिससे बाजार में अच्छी मांग होती है
मार्च से मई में बोने के लिए उपयुक्त, जल्दी मौसम की फसल के लिए
मजबूत आधा खड़ा पौधा, जो अच्छे पत्तों और स्वस्थ विकास के साथ आता है
विभिन्न मिट्टियों में अच्छी उगाई, बस सिंचाई सही हो तो
हल्का मीठा स्वाद उपभोक्ताओं को पसंद आता है
गहरे कंटेनर या खुले खेत दोनों में उगाने के लिए उपयुक्त, किसान और घर के बागवान दोनों के लिए अच्छा विकल्प
अच्छी देखभाल और सही तापमान पर उच्च अंकुरण दर देता है
पता चुनें: Ludhiana, PUNJAB, 142026
UNIPHOS HOUSE, C. D. MARG, 11TH ROAD,MADHU PARK,KHAR (WEST) MUMBAI, Maharashtra 400052
मूल पता: UNIPHOS HOUSE, C. D. MARG, 11TH ROAD,MADHU PARK,KHAR (WEST) MUMBAI, Maharashtra 400052
विवरण
एडवांटा अर्ली कुँवारी एक जल्दी पकने वाली संकर फूलगोभी है, जिसकी फूल की मटकियां गोल और क्रीम सफेद रंग की होती हैं। इसका पौधा आधा खड़ा होता है और इसके पत्ते नीले-हरे रंग के चौड़े और गोलाकार होते हैं। यह संकर मार्च से मई के बीच की जल्दी फसल के लिए बिल्कुल सही है। यह अच्छी पानी निकासी वाली, उपजाऊ मिट्टी में अच्छी तरह उगती है और गहरे कंटेनर या खुले खेत दोनों जगह बोई जा सकती है। अर्ली कुँवारी 70 से 80 दिनों में पक जाती है और अच्छी उपज के लिए नियमित सिंचाई जरूरी है।