विवरण
श्री साई फॉरेस्ट्री बीज - ग्लिरिसिडिया सेपियम
यह तेजी से बढ़ने वाला वृक्ष जो मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाता है, उत्तम मवेशी चारा प्रदान करता है और जीवित बाड़ों के रूप में उपयोग किया जा सकता है। यह फसल उत्पादकता को बढ़ाता है और रासायनिक उर्वरकों की आवश्यकता को कम करता है, जिससे यह अंतरफसल (इंटरक्रॉपिंग) के लिए आदर्श है।
मुख्य विशेषताएँ:
तेज़ विकास: जल्दी से अनुकूलनीय वृक्षों में बदलता है।
उच्च-प्रोटीन चारा: मवेशियों, बकरियों, और भेड़ों के लिए आदर्श चारा, विशेष रूप से सूखा मौसम में।
मिट्टी उर्वरता में सुधार: नाइट्रोजन को स्थिर करता है, जिससे मिट्टी की सेहत में सुधार होता है और उर्वरकों की आवश्यकता कम होती है।
हरी खाद प्रदान करने वाला: मिट्टी की उत्पादकता बढ़ाने के लिए प्रभावी हरी खाद प्रदान करता है।
प्रभावी जीवित बाड़: जीवित बाड़ बनाने के लिए उपयोगी।
फसल उत्पादकता में सुधार: मिट्टी की उर्वरता में सुधार करके फसल उत्पादकता बढ़ाता है।
लाभ:
मवेशियों, बकरियों और भेड़ों के लिए उच्च-प्रोटीन चारा; सूखे मौसम में पत्तियाँ बनी रहती हैं और यह प्राथमिक चारे के रूप में काम आता है।
नाइट्रोजन स्थिरीकरण के माध्यम से मिट्टी की उर्वरता बढ़ाता है, फसल उत्पादकता बढ़ाता है और रासायनिक उर्वरकों की आवश्यकता कम करता है।
हरी खाद, प्रभावी जीवित बाड़ और मूल्यवान चारा प्रदान करता है, साथ ही साथ मिट्टी की सेहत और उत्पादकता में योगदान करता है।
अन्य जानकारी:
अंकुरण समय: 45 से 55 दिन।
अंकुरण प्रतिशत: कम से कम 70%।
बीज गुणवत्ता: हाथ से चुने हुए और उच्च गुणवत्ता वाले।
उपयोगकर्ताओं के लिए:
मिट्टी की सेहत को सुधारने, मवेशी प्रबंधन को बेहतर बनाने और सतत कृषि प्रथाओं को स्थापित करने के लिए आदर्श। आज ही ग्लिरिसिडिया सेपियम उगाना शुरू करें और इस बहुपरकारी वृक्ष प्रजाति के लाभों का अनुभव करें।
पता चुनें: BANGALORE, KARNATAKA, 562101
HS Gardens, #30, 4th Cross Road, Maruthi Layout, Chikkaballapur,BANGALORE, Chikkaballapur, Karnataka 562101
मूल पता: HS Gardens, #30, 4th Cross Road, Maruthi Layout, Chikkaballapur,BANGALORE, Chikkaballapur, Karnataka 562101
विवरण
श्री साई फॉरेस्ट्री बीज - ग्लिरिसिडिया सेपियम
यह तेजी से बढ़ने वाला वृक्ष जो मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाता है, उत्तम मवेशी चारा प्रदान करता है और जीवित बाड़ों के रूप में उपयोग किया जा सकता है। यह फसल उत्पादकता को बढ़ाता है और रासायनिक उर्वरकों की आवश्यकता को कम करता है, जिससे यह अंतरफसल (इंटरक्रॉपिंग) के लिए आदर्श है।