विवरण
कात्यायनी ट्राइकोडर्मा विरिडे (बायोकवकनाशी)
कात्यायनी ट्राइकोडर्मा विरिडे एक बायोकवकनाशी है, जो फंगल रोगों के नियंत्रण में बहुत प्रभावी है। यह कवक की कोशिका की दीवार को तोड़कर काम करता है। यह कवकनाशी फसलों में झुलसा रोग, सड़न, झुलसा, डैंपिंग ऑफ और कई अन्य मिट्टी से संबंधित फंगल रोगों को नियंत्रित करता है।
मुख्य विशेषताएँ
खेतों में मिट्टी के जरिए फैलने वाले रोगों का प्रभावी इलाज
यह पौधों की वृद्धि और ताजगी बढ़ाता है, साथ ही सूखा और रोगों से बचने की क्षमता को मजबूत करता है।
यह बायोकवकनाशी पर्यावरण के लिए सुरक्षित है।
जैविक खाद और बायो-उर्वरकों के साथ उपयोग के लिए उपयुक्त।
क्रिया का तरीका
प्रतिस्पर्धा:
ट्राइकोडर्मा विरिडे पौधों की जड़ों पर जगह और पोषक तत्वों के लिए रोगजनक कवक से प्रतिस्पर्धा करता है।
एंटीबायोसिस:
यह कवक के विरुद्ध एंटीफंगल यौगिक उत्पन्न करता है, जो रोगजनक कवक को मारने में मदद करते हैं।
परजीवीकरण:
यह रोगजनक कवक पर हमला करता है, उनकी कोशिका दीवारों को तोड़ता है और उन्हें नष्ट करता है।
उत्साहित प्रतिरोध:
ट्राइकोडर्मा विरिडे पौधों में एक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया उत्पन्न करता है, जिससे पौधों में रोगों के प्रति प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है।
लक्ष्य रोग
लक्ष्य फसलें
मिर्च
अरहर
मूंग, उड़द, चना, मटर
धान
फूलगोभी, बैंगन, गोभी, टमाटर
बंगाल ग्राम, सूरजमुखी और अन्य फल और सब्ज़ियाँ
उपयोग की मात्रा
पत्तियों पर छिड़काव:
1 लीटर पानी में 5-10 मिलीलीटर घोलकर, शाम के समय पत्तियों के दोनों ओर छिड़कें।
मिट्टी में डालना:
1-2 लीटर प्रति एकड़ की मात्रा मिट्टी में मिला दें।
कात्यायनी ट्राइकोडर्मा विरिडे एक प्रभावी बायोकवकनाशी है जो आपके खेतों में फंगल रोगों को नियंत्रित करने और फसल की सेहत को बेहतर बनाने में मदद करेगा।
पता चुनें: Bhopal, MADHYA PRADESH, 462016
E-7 MIG 539 Arera Colony, Bopal, Madhya Pradesh 462016
मूल पता: E-7 MIG 539 Arera Colony, Bopal, Madhya Pradesh 462016