विवरण
उत्पाद सामग्री: कॉपर ऑक्सी क्लोराइड 50% डब्ल्यूपी
कात्यायनी सीओसी 50 एक रासायनिकफफूंदनाशकहै, जिसमें कॉपर ऑक्सी क्लोराइड 50% वेटेबल पाउडर रूप में होता है। यह संपर्क क्रिया द्वारा फफूंदजनित और बैक्टीरियल एंजाइम कार्यों को बाधित करके और कोशिका झिल्ली को नुकसान पहुँचाकर विभिन्न फफूंद रोगों को प्रभावी रूप से नियंत्रित करता है। यहफफूंदनाशककृषि उपयोग के लिए उपयुक्त है और पत्तियों के धब्बे, फल सड़न,झुलसाऔर धब्बों जैसे कई फफूंद रोगों को नियंत्रित करता है। यह चिली, केले, टमाटर और अन्य कई फल और सब्जी फसलों में प्रभावी है।
कार्य प्रणाली:
कॉपर ऑक्सी क्लोराइड मुख्य रूप से संपर्क क्रिया करता है, यह पौधों की सतह पर एक सुरक्षात्मक बाधा उत्पन्न करता है जो फफूंद बीजाणुओं के अंकुरण को रोकता है। यह फफूंद की कोशिका दीवारों में हस्तक्षेप करता है, उनके संरचना और कार्यों को बाधित करता है।
मुख्य विशेषताएँ:
विस्तृत नियंत्रण: यह विभिन्न फसलों पर फफूंद और बैक्टीरियल रोगों का प्रभावी रूप से नियंत्रण करता है।
रोकथाम के लिए सुरक्षा: यह संक्रमण से पहले पौधों की सुरक्षा के लिए सुरक्षात्मक बाधा के रूप में कार्य करता है।
दीर्घकालिक प्रभाव: इसकी स्थिर संरचना के कारण यह लंबे समय तक सुरक्षा प्रदान करता है।
अनुकूलता: इसे अन्य कीटनाशकों और उर्वरकों के साथ मिलाकर एकीकृत कीट प्रबंधन के लिए उपयोग किया जा सकता है।
प्रतिरोध का न्यूनतम विकास: यहफफूंदनाशककुछ अन्यफफूंदनाशकों के मुकाबले रोगजनकों में प्रतिरोध के विकास की संभावना कम करता है।
लक्षित रोग: पत्तियों के धब्बे, कैंकर, फल सड़न, काले सड़न, देर से और जल्दीझुलसा भूरे पत्ते के धब्बे, डाउनी मिल्ड्यू।
अनुकूल फसलें: संतरा, ककड़ी, इलायची, चिली, केला, कॉफी, जीरा, आलू, धान, तंबाकू, टमाटर और अन्य कई फल और सब्ज़ी फसलें।
उपयोग की मात्रा: 2 ग्राम/लीटर
उपयोग विधि: सभी फसलों में सर्वोत्तम परिणामों के लिए इसे रोग के आक्रमण से पहले अर्थात् प्रोफिलेक्टिक तरीके से लागू करें। बारिश के मौसम में छिड़काव को छोटे अंतराल पर दोहराना चाहिए।
पता चुनें: Bhopal, MADHYA PRADESH, 462016
E-7 MIG 539 Arera Colony, Bopal, Madhya Pradesh 462016
मूल पता: E-7 MIG 539 Arera Colony, Bopal, Madhya Pradesh 462016