विवरण
कात्यायनी क्लोरो 20 एक रासायनिक कीटनाशक है, जिसमें 20% क्लोरोपायरिफॉस है, जो इमल्सीफाईबल कंसंट्रेट रूप में उपलब्ध है। यह संपर्क क्रिया द्वारा कीटों के तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुँचाकर कीटनाशक प्रभाव डालता है। यह कीटनाशक कीटों को गैस के रूप में विषाक्त पदार्थों द्वारा भी मारता है, यानी कीट इसके वाष्पों को श्वास में लेकर ज़हर से प्रभावित हो जाते हैं। यह कृषि में पत्तियों को मोड़ने वाले कीट, तने छेदक, जड़ गुंते आदि जैसे कीटों को नियंत्रित करने के लिए उपयुक्त है, और यह चावल, फलियां, ग्राम और कई अन्य फसलों पर उपयोगी है।
क्रिया का तरीका:
क्लोरोपायरिफॉस 20% ईसी का क्रिया तरीका संपर्क क्रिया है, जो कीटों के तंत्रिका तंत्र में तंत्रिका आवेगों के संचरण को बाधित करता है। यह कीटों को गैस के रूप में विषाक्त पदार्थों के द्वारा भी मारता है, यानी कीट इसके वाष्पों को श्वास में लेकर विषाक्त हो जाते हैं। यह कीटनाशक कीटों को लकवा मारता है, और अंततः कीट की मृत्यु का कारण बनता है।
मुख्य लाभ:
क्लोरोपायरिफॉस कई प्रकार के कीटों के विरुद्ध प्रभावी है, जिसमें फल छेदक, काले कीड़े, प्रारंभिक तने और शाखा छेदक, मच्छर, इल्ली, बीटल, गुंते, दीमक और अन्य शामिल हैं।
यह तीन विभिन्न क्रिया तरीकों से काम करता है: संपर्क, पेट, और गैस द्वारा।
इसका उपयोग विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है, जैसे फॉलियर स्प्रे, मिट्टी में सिंचाई, बीज उपचार, और तने में इंजेक्शन।
अनुकूल फसलें: चावल, फलियां, ग्राम, गन्ना, कपास, मूंगफली, बैंगन, बंदगोभी, प्याज और अन्य फल एवं सब्जी फसलें।
नियंत्रण कीट: तने छेदक, पत्तियों को मोड़ने वाला कीट, गैल मिज, बलवॉर्म, प्रारंभिक तने और शाखा छेदक, डायमंडबैक मोथ, जड़ गुंता, माहू, सफेद मक्खी, कर्तनकीट, तने छेदक, ज़मीन बीटल, पत्ते कुतरने वाले कीट और अन्य कई कीट।
उपयोग की मात्रा: 500 से 1200 मि.ली./एकड़।
पता चुनें: Bhopal, MADHYA PRADESH, 462016
E-7 MIG 539 Arera Colony, Bopal, Madhya Pradesh 462016
मूल पता: E-7 MIG 539 Arera Colony, Bopal, Madhya Pradesh 462016
विवरण
कात्यायनी क्लोरो 20 एक रासायनिक कीटनाशक है, जिसमें 20% क्लोरोपायरिफॉस है, जो इमल्सीफाईबल कंसंट्रेट रूप में उपलब्ध है। यह संपर्क क्रिया द्वारा कीटों के तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुँचाकर कीटनाशक प्रभाव डालता है। यह कीटनाशक कीटों को गैस के रूप में विषाक्त पदार्थों द्वारा भी मारता है, यानी कीट इसके वाष्पों को श्वास में लेकर ज़हर से प्रभावित हो जाते हैं। यह कृषि में पत्तियों को मोड़ने वाले कीट, तने छेदक, जड़ गुंते आदि जैसे कीटों को नियंत्रित करने के लिए उपयुक्त है, और यह चावल, फलियां, ग्राम और कई अन्य फसलों पर उपयोगी है।