विवरण
कात्यायनी अश्वमेध प्लस (डायाफेंथ्यूरॉन 40.1% + एसीटामिप्रिड 3.9% डब्ल्यूपी) एक विशेष कीटनाशक है, जिसे कपास और अन्य फसलों के किसी भी चरण में उपयोग किया जा सकता है। यह सफेद मक्खी की अंडे देने की क्षमता को कम करता है और रस चूसक कीट जैसे सफेद मक्खी, माहूँ और जैसिड पर बेहतरीन नियंत्रण प्रदान करता है। इसके अलावा, यह पत्तियों के नीचे छिपे रस चूसक कीटों पर भी प्रभावी नियंत्रण करता है और फसल में पौधों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाकर प्राकृतिक चमक बढ़ाता है।
रासायनिक संरचना:
डायाफेंथ्यूरॉन A.I.: 40.1% (न्यूनतम)
एसीटामिप्रिड A.I.: 3.9% (न्यूनतम)
डिस्पर्सिंग एजेंट: 8.0% (अधिकतम)
वेटिंग एजेंट: 4.0% (अधिकतम)
सिलिका और क्ले मिश्रण: शेष
मुख्य विशेषताएं और लाभ:
विशेष पेटेंटेड फॉर्मूलेशन:
दो कीटनाशकों का अद्वितीय संयोजन।
रस चूसक कीटों पर व्यापक प्रभाव:
सफेद मक्खी, माहूँ, जैसिड, मकड़ी और अन्य कीटों पर असर।
अंडे, शिशु और वयस्क कीटों पर प्रभावी:
अंडों को नष्ट करने और वयस्क कीटों पर दीर्घकालिक नियंत्रण प्रदान करता है।
लंबे समय तक सुरक्षा:
फसल में लंबे समय तक कीटों से बचाव।
पौधों का स्वास्थ्य सुधारता है:
फसल की प्राकृतिक चमक और गुणवत्ता बढ़ाता है।
कैसे काम करता है:
डायाफेंथ्यूरॉन:
एसीटामिप्रिड:
उपयोग की विधि और मात्रा:
फसलें:
कपास, पत्तागोभी, मिर्च, धान, बैंगन, इलायची, नींबू, तरबूज, भिंडी, टमाटर और अन्य बागवानी फसलें।
लक्ष्य कीट:
माहूँ, जैसिड, सफेद मक्खी, थ्रिप्स, भूरा माहू, डायमंडबैक मोथ और मकड़ी।
अनुशंसित मात्रा:
250 ग्राम प्रति एकड़ (पानी की उपयुक्त मात्रा के साथ)।
किसान के लिए लाभ:
रस चूसक कीटों के जटिल संक्रमण से बचाव।
फसल की गुणवत्ता और उत्पादन में सुधार।
पौधों की लंबी अवधि तक सुरक्षा।
छिपे हुए कीटों पर भी तेज़ और प्रभावी नियंत्रण।
पता चुनें: Bhopal, MADHYA PRADESH, 462016
E-7 MIG 539 Arera Colony, Bopal, Madhya Pradesh 462016
मूल पता: E-7 MIG 539 Arera Colony, Bopal, Madhya Pradesh 462016
विवरण
कात्यायनी अश्वमेध प्लस (डायाफेंथ्यूरॉन 40.1% + एसीटामिप्रिड 3.9% डब्ल्यूपी) एक विशेष कीटनाशक है, जिसे कपास और अन्य फसलों के किसी भी चरण में उपयोग किया जा सकता है। यह सफेद मक्खी की अंडे देने की क्षमता को कम करता है और रस चूसक कीट जैसे सफेद मक्खी, माहूँ और जैसिड पर बेहतरीन नियंत्रण प्रदान करता है। इसके अलावा, यह पत्तियों के नीचे छिपे रस चूसक कीटों पर भी प्रभावी नियंत्रण करता है और फसल में पौधों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाकर प्राकृतिक चमक बढ़ाता है।